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अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष : “महिलाएं के लिए  रेलवे सुरक्षा बल एक बेहतरीन करियर विकल्प” – वरिष्ठ सुरक्षा आयुक्त प्रियंका शर्मा

पुणे डिवीजन के रेलवे सुरक्षा बल की वरिष्ठ सुरक्षा आयुक्त प्रियंका शर्मा ने की 'जनभारत समाचार' से खास बातचीत

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पुणे. रेलवे सुरक्षा बल यानी RPF भी महिलाओं के लिए एक मजबूत करियर विकल्प के रूप में उभर रहा है। महिलाएं न केवल अपनी जिम्मेदारियों को निभा रही हैं, बल्कि रेलवे और यात्रियों की सुरक्षा में भी अहम भूमिका अदा कर रही हैं। रेलवे सुरक्षा बल में महिलाओं के लिए बेहतरीन अवसर हैं, और वे इस क्षेत्र में आगे बढ़ सकती हैं। अगर आप भी इस सेवा का हिस्सा बनना चाहती हैं, तो रेलवे भर्ती बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर आवेदन की जानकारी उपलब्ध है। यह विचार पुणे डिवीजन के रेलवे सुरक्षा बल की वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त, प्रियंका शर्मा ने व्यक्त की।अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य के अवसर पर पुणे डिवीजन के रेलवे सुरक्षा बल की वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त, प्रियंका शर्मा ने ‘जनभारत समाचार’ से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होने पुणे डिवीजन के रेलवे सुरक्षा बल द्वारा महिलाओं व बच्चो के  सुरक्षा के संदर्भ में किये जा रहे प्रयासों के बारे में बताया। इसके साथ ही  ‘तेजस्विनी दस्ता’ और ‘मेरी सहेली’ पहल सहित रेलवे द्वारा किया जाने वाले यात्रियों की सुरक्षा, विशेष रूप से महिला  यात्रियों की सुरक्षा के बारे में जानकारी साझा की.

आयुक्त प्रियंका शर्मा ने कहा, पुणे डिवीजन के रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) द्वारा महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। इन पहल  में विशेष रूप से ‘मेरी सहेली’ और ‘तेजस्विनी दस्ता’ के तहत महिलाओं और बच्चों विशेष सुरक्षा प्रदान की जाती है. इस पहल का मुख्य उद्देश्य महिलाओं व बच्चों को सुरक्षित यात्रा प्रदान करना है, यह लंबी दूरी की अकेली महिला यात्रियों के लिए सुरक्षित व सुनिश्चित यात्रा प्रदान करती है,  जहां आरपीएफ टीम आरक्षण चार्ट से अकेले यात्रा कर रही महिलाओं की पहचान करती है, और उन्हें सुरक्षा उपायों के बारे में सलाह देती है, सहायता नंबर प्रदान करती है और रास्ते में स्टेशन अधिकारियों को सूचित करती है। यह प्रक्रिया तब तक जारी रहती है जब तक महिला यात्री आपने सुरक्षित जगह तक नहीं पहुंच जाती है, इसके साथ ही पुणे डिवीजन के रेलवे सुरक्षा बल डिब्बों में अनधिकृत यात्रियों को रोकना, छेड़छाड़ की शिकायतों का समाधान करना, संकट में बच्चों की पहचान करना, और रेलवे परिसर में अनधिकृत फेरीवालों के खिलाफ कार्रवाई करने का काम करती है है। यह  पहल महिलाओं  और  बच्चों के लिए रेलवे स्टेशन, ट्रेनों, और यार्ड में चौबीसों घंटे काम करता है।इस पहल में पुणे डिवीजन के रेलवे सुरक्षा बल बखूबी अपनी भूमिका निभा रहे है.‘तेजस्विनी दस्ता’ और ‘मेरी सहेली’ के अकेली महिला यात्रियों  के लिए विशेष पहल

‘तेजस्विनी दस्ता’ और ‘मेरी सहेली’ के अकेली महिला यात्रियों को आवश्यक सुरक्षा और आत्मविश्वास प्रदान करने के साथ-साथ यात्रा के दौरान अपने कीमती सामान को सुरक्षित रखने, ट्रेन के फुटबोर्ड पर यात्रा न करने और अनजान व्यक्तियों द्वारा दी गई किसी भी चीज को खाने से मना करने आदि के बारे में जागरूकता पैदा कर रहा है। पुणे मंडल के रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने यात्रियों, खासकर महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। महाराष्ट्र सुरक्षा बल के 73 कर्मचारियों सहित 650 से अधिक कर्मियों के कार्यबल के साथ, आरपीएफ स्टेशनों, चलती ट्रेनों, यार्डों और रेलवे परिसरों में चौबीसों घंटे सुरक्षा सुनिश्चित कर रहा है।

रेलवे स्टेशन परिसर और ट्रेनों में वेंडरों और हॉकरों की पहचान के लिए नियमित निरीक्षण

इसके साथ ही प्रियंका शर्मा  ने बताया,  पुणे रेलवे डिवीजन में अवैध वेंडरों और हॉकरों पर कार्रवाई रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और वाणिज्य विभाग द्वारा की जाती है। रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में अवैध व्यापार को रोकने के लिए नियमित रूप से विशेष अभियान चलाए जाते हैं। हमारे द्वारा रेलवे स्टेशन परिसर और ट्रेनों में वेंडरों और हॉकरों की पहचान के लिए नियमित निरीक्षण किए जाते हैं। इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरों की मदद से भी निगरानी की जाती है। हम अवैध वेंडरों के खिलाफ छापेमारी की करवाई भी करते है, और जिन वेंडरों के पास रेलवे द्वारा जारी लाइसेंस नहीं होता, उन्हें हटाया जाता है।अधिकृत वेंडरों को पहचान पत्र और निर्धारित वर्दी पहनी होती है। अवैध हॉकर्स की रोकथाम के लिए अधिकृत वेंडरों को ट्रेन और स्टेशन पर अपनी बिक्री सीमित स्थानों पर करने के निर्देश दिए जाते हैं। रेलवे यात्रियों से अपील करता है कि वे केवल अधिकृत वेंडरों से ही खाद्य सामग्री या अन्य सामान खरीदें। अनाधिकृत वेंडरों की जानकारी मिलने पर हेल्पलाइन नंबर 139 या आरपीएफ कंट्रोल रूम में शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष महिलाओं को विशेष सन्देश
 
कोट  
“महिला दिवस सिर्फ एक दिन नहीं, बल्कि एक सोच है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। रेलवे सुरक्षा बल में भी महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है, और यह साबित कर रही है कि महिलाएं न केवल घर संभाल सकती हैं, बल्कि समाज और देश की सुरक्षा में भी योगदान दे सकती हैं।”

वरिष्ठ सुरक्षा आयुक्त, प्रियंका शर्मा

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