
मुरलीधर मोहोल ने की जिले के बाढ़ स्थिति की समीक्षा
पुणे. जिले में भारी बारिश और बाढ़ के कारण हुए नुकसान की जांच की जाए और बाढ़ प्रभावितों को तत्काल मदद की जाए यह निर्देश केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने जिला प्रशासन को दी. जिले में बाढ़ की स्थिति को लेकर सरकारी विश्राम सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में बोल रहे थे. इस मौके पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल, विधायक माधुरी मिसाल, भीमराव तापकीर, सिद्धार्थ शिरोले, संभागीय आयुक्त डॉ.चंद्रकांत पुलकुंडवार, पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार, पुणे मनपा आयुक्त डॉ. राजेंद्र भोसले, कलेक्टर डॉ. सुहास दिवसे, पीएमआरडीए के अतिरिक्त आयुक्त दीपक सिंगला, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मनोज पाटिल, जल संसाधन विभाग के कार्यकारी निदेशक अतुल कपोले, सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता हनुमंत गुनाले, महावितरण के मुख्य अभियंता राजेंद्र पवार आदि उपस्थित थे.
इस समय मोहोल ने कहा कि भारी बारिश के कारण जिले में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इसलिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के विस्थापित नागरिकों को आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए. साथ ही उन क्षेत्र में साफ-सफाई के साथ-साथ नागरिकों को भोजन एवं स्वच्छ जल उपलब्ध कराया जाए. नागरिकों के स्वास्थ्य की जांच की जाए, बीमारियों के नियंत्रण के लिए आवश्यक उपाय किये जायें. विद्यार्थियों को शैक्षिक हानि से बचने के लिए बाढ़ के पानी में क्षतिग्रस्त या बह गए दस्तावेजों को उपलब्ध कराया जाना चाहिए.
कोट-
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के करीब 4 हजार 500 नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. उन्हें भोजन, नाश्ता, कंबल आदि सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. पुणे एवं हवेली के उपविभागीय अधिकारी की मदद से क्षतिग्रस्त क्षेत्र के पंचनामा की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. पंचनामा पूरा होते ही सहायता का प्रस्ताव तुरंत शासन को सौंप दिया जाएगा. अतिवृष्टि के दौरान मृत व्यक्तियों के परिजनों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से सहायता हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत किये जायेंगे.
– डॉ. सुहास दिवस, कलेक्टर पुणे.