
पुणे.रविवार की रात को पुणे के वानवड़ी इलाके में दमकल विभाग के जवानों ने बहादुरी से कार्य करते हुए एक भाई और बहन को जीवनदान दिया। यह घटना वानवड़ी स्थित विकास नगर के कृष्ण कन्हैया सोसाइटी में दूसरे मंजिल पर रात करीब 10:15 बजे की है। दमकल नियंत्रण कक्ष को सूचना मिली कि एक फ्लैट में भाई (उम्र 19) और बहन (उम्र 24) दरवाजा लॉक हो जाने की वजह से अंदर फंसे हुए हैं। सूचना मिलते ही बी.टी. कवडे रोड और कोंढवा खुर्द फायर स्टेशन से दमकल वाहन तत्काल रवाना हुए।
मौके पर पहुंचते ही पुलिस अधिकारियों से जानकारी ली गई। पता चला कि भाई-बहन मानसिक तनाव में थे और उन्होंने जीवन समाप्त करने की बात की थी। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए दमकल कर्मियों ने डोर ब्रेकर, कटर और अन्य उपकरणों का इस्तेमाल कर 10 मिनट में ही दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया। घर में प्रवेश करते ही पाया कि दोनों भाई-बहन बेहोश अवस्था में हैं।
दमकल वाहन से ही उन्हें पास के एक निजी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया। डॉक्टरों से बातचीत में यह पता चला कि समय पर उपचार मिलने के कारण दोनों की जान बच गई और जल्द ही उनकी हालत में सुधार होने की संभावना है। भाई दूज के अवसर पर भाई-बहन के प्राण बचा पाने पर दमकल कर्मियों ने खुशी जताई। इस साहसिक कार्य में वाहन चालक दत्ता अडाळगे, सत्यम चौखंडे और जवान सुभाष खाडे, सागर दलवी, निलेश वानखेड़े, श्रेयस मेटे, महेश पांडे, सूरज हुलवान, हर्षवर्धन खाडे, अनुराग पाटिल, और रितेश मोरे ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।