पुलिस आपके शत्रु नहीं, मित्र हैं_उपायुक्त डॉ. राजकुमार शिंदे
उपायुक्त का 'एमआईटी एडीटी' के छात्रों संवाद
लोणी कालभोर. विद्यार्थी और युवा हमारे विकसित राष्ट्र के मुख्य भागीदार हैं। इंजीनियर और शोधकर्ता के रूप में उनके कंधों पर भविष्य की बड़ी जिम्मेदारी है। इसलिए, छात्रों को नशामुक्त रहना चाहिए, कठिन परिश्रम करना चाहिए, और क्रोध पर नियंत्रण रखते हुए किसी भी समस्या का समाधान खुद न निकालकर, सीधे कानून का सहारा लेना चाहिए। किसी भी आपात स्थिति में 112 नंबर पर पुलिस से संपर्क करें, क्योंकि पुलिस आपके शत्रु नहीं, मित्र हैं। यह संदेश पुणे शहर ज़ोन-5 के पुलिस उपायुक्त डॉ. राजकुमार शिंदे ने एमआईटी आर्ट, डिज़ाइन और टेक्नोलॉजी विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ संवाद कार्यक्रम के दौरान दिया।
कार्यक्रम में हडपसर विभाग की सहायक पुलिस आयुक्त अनुराधा उदमले, लोणी कालभोर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक राजेंद्र करणकोट, एमआईटी एडीटी विश्वविद्यालय के प्र-कुलपति डॉ. रामचंद्र पुजेरी, कुलसचिव डॉ. महेश चोपडे, और अन्य सम्माननीय अतिथि उपस्थित थे।
डाॅ. शिंदे ने कहा कि एमआईटी जैसी प्रतिष्ठित संस्था ने देश को अनेक शोधकर्ता, इंजीनियर और अधिकारी दिए हैं। छात्रों को अपने कार्यों से विश्वविद्यालय की छवि को ठेस नहीं पहुंचानी चाहिए। उन्होंने छात्रों से नशे और रैगिंग जैसी बुराइयों से दूर रहने और विश्वविद्यालय परिसर को इनसे मुक्त रखने की अपील की।
महत्वपूर्ण संदेश
सहायक पुलिस आयुक्त अनुराधा उदमले ने कहा कि कॉलेज का समय किसी भी छात्र के जीवन में बेहद मूल्यवान होता है। इस दौरान छात्रों को अपनी मेहनत से अपने और अपने माता-पिता के सपनों को साकार करना चाहिए। उन्हें क्षणिक सुख के लालच में कोई ऐसी गलती नहीं करनी चाहिए जो उनके करियर को बर्बाद कर दे।
रोचक टिप्पणी:
डाॅ. शिंदे ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “जीवन में हमें तीन प्रकार के गुरु मिलते हैं—पहले माता-पिता, दूसरे स्कूल-कॉलेज के शिक्षक, और तीसरे पुलिस। यदि पहले दो गुरु आपके व्यवहार को सुधारने में असफल हों, तो तीसरे गुरु यानी पुलिस को आना पड़ता है।” इस पर उपस्थित लोगों के बीच ठहाके गूंज उठे।
कोट
राजेंद्र करणकोट, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, लोणी कालभोर पुलिस स्टेशन
“हमने क्षेत्र में बढ़ रही युवाओं की मारपीट की घटनाओं पर कड़े कदम उठाए हैं। कोई भी समस्या होने पर सीधे हमसे संपर्क करें। कानून हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
डाॅ. महेश चोपडे, कुलसचिव, एमआईटी एडीटी विश्वविद्यालय
“एमआईटी एडीटी विश्वविद्यालय विश्वशांति का संदेश देने वाला संस्थान है। यहां अब तक किसी अनुचित घटना की कोई रिपोर्ट नहीं आई है। प्रशासन छात्रों की अनुशासन बनाए रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”