अलंकापुरी में लाखों वैष्णव दाखिल! इंद्रायणी नदी पर स्नान के लिए भीड़, वडिवले और आंद्रा बांध से छोड़ा पानी
पुणे। आषाढ़ी वारी के लिए श्री क्षेत्र अलंकापुरी में लाखों वैष्णव जन पहुंच चुके हैं। राज्य और परराज्यों से आए वैष्णव जनों ने गुरुवार सुबह इंद्रायणी नदी के पवित्र स्नान के लिए बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए। अलंकापुरी के मठ, धर्मशालाओं और तंबुओं से ये वैष्णवजन हरिनाम का जाप कर रहे हैं। वडिवले और आंद्रा बांध से पानी छोड़कर नदी को स्वच्छ किया गया है।
आषाढ़ी वारी के लिए आलंदी से श्री संत ज्ञानेश्वर महाराज की पालकी शनिवार को पंढरपुर के लिए प्रस्थान करेगी। पालकी समारोह में भाग लेने के लिए वारकरी, भक्त और दंडियां आलंदी में पहुंचना शुरू हो गई हैं। श्री संत ज्ञानेश्वर महाराज की पालकी शनिवार को देऊलवाड़ा से प्रस्थान करेगी। मंदिर से प्रस्थान और पहले पड़ाव में आतिथ्य के बाद, 30 जून को पालकी समारोह पुणे होते हुए पंढरपुर के लिए रवाना होता है।
आषाढ़ी वारी पालकी समारोह के अवसर पर आलंदी के इंद्रायणी नदी के पानी में प्रदूषण और रसायन मिश्रित पानी के कारण बड़ी मात्रा में झाग उत्पन्न हो गया था, जिससे वारकऱ्योंने नाराजगी जताई थी। इस पर प्रशासन सतर्क हुआ और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल और नगर परिषद ने विभिन्न उपाय किए। पाटबंधारे विभाग से निवेदन कर इंद्रायणी नदी में पानी छोड़ने को कहा गया। पानी के प्रवाह से नदी का झाग बह गया और नदी स्वच्छ हो गई। वारकऱ्योंने इस पर संतोष जताया।
आलंदी नगर परिषद के मुख्य अधिकारी कैलास केंद्रे ने बताया कि वडिवले और आंद्रा बांध से 19 जून को सौ क्यूसेक की गति से इंद्रायणी नदी में पानी छोड़ा गया था। यह पानी मंगलवार को आलंदी के घाट तक पहुंचा। पानी के प्रवाह से नदी का झाग बह गया है और नदी स्वच्छ और सुंदर हो गई है।