राजभवन की भूमि को राज्य सरकार की मंजूरी, पीएमआरडीए मेट्रो यात्रियों के लिए बनाएगा उन्नत पैदल पुल

पुणे। हिंजवड़ी से शिवाजीनगर मेट्रो मार्ग के निर्माण में सुरक्षा कारणों से बाधा बन रही राजभवन की आवश्यक भूमि को आखिरकार राज्य सरकार की मंजूरी मिल गई है। इससे मेट्रो परियोजना को गति मिलेगी। साथ ही, आनंदऋषिजी चौक (सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय प्रवेश द्वार) के पास विश्वविद्यालय की भूमि पर यात्रियों के लिए उन्नत पैदल पुल (फुट ओवर ब्रिज) बनाया जाएगा।
पुणे में बढ़ती यातायात समस्या को देखते हुए पुणे महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (पीएमआरडीए) के तहत हिंजवड़ी से शिवाजीनगर मेट्रो परियोजना शुरू की गई थी। हालांकि, इस मार्ग में राज्यपाल के आधिकारिक निवास ‘राजभवन’ का परिसर आने के कारण सुरक्षा संबंधी अड़चनें उत्पन्न हो रही थीं। मेट्रो मार्ग को पूरा करने के लिए सरकार (जिला प्रशासन और पीएमआरडीए) ने 100% भूमि अधिग्रहण की जिम्मेदारी ली है। इस संदर्भ में बीते कई दिनों से विभिन्न बैठकों के बाद आवश्यक अनुमति प्राप्त कर ली गई है, ऐसा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया।
मुख्यमंत्री की मंजूरी
मेट्रो परियोजना के लिए कुल 1,86,559 वर्ग फुट भूमि की आवश्यकता थी, जिसमें से राजभवन को छोड़कर बाकी सभी भूमि पीएमआरडीए ने अधिग्रहित कर काम शुरू कर दिया था। लेकिन राजभवन से जुड़े 8,055 वर्ग मीटर भूमि का निर्णय लंबित था। पीएमआरडीए ने राज्य सरकार से इस भूमि के अधिग्रहण की मांग की थी और सुरक्षा योजना प्रस्तुत की थी, जिसके बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसे मंजूरी दे दी है।
कोट
राजभवन के सामने से गुजरने वाली मेट्रो के लिए सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पीएमआरडीए ने विशेष सावधानी बरतते हुए मार्ग प्रस्तावित किया है। राजभवन के सामने विश्वविद्यालय की ओर यात्रियों की सुविधा के लिए उन्नत पैदल पुल (फुट ओवर ब्रिज) का निर्माण किया जाएगा।
– रिनाज पठान, मुख्य अभियंता, पीएमआरडीए