शहर में गुलियन-बैरे सिंड्रोम के 17 मरीज़ वेंटीलेटर पर
गुलियन-बैरे सिंड्रोम ने राज्य की बढ़ाई चिंता
पुणे. पुणे में गिलियन-बैरे सिंड्रोम बीमारी के मामले बढ़ते जा रही है, इसे लेकर प्रशासन भी सतर्क हो गई है, जीबीएस यानी गिलियन-बैरे सिंड्रोम के मामले पुणे में लगातार बढ़ते ही जा रही हैं. अब तक कुल मरीजों की संख्या 100 के पार पहुंच गई है जबकि 17 मरीज वेंटिलेटर पर हैं.
सोलापुर प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार 40 वर्षीय व्यक्ति की पुणे में जीबीएस से संक्रमित से मौत हो गई। वह पीड़ित पुणे में संक्रमित हुआ था, इसके बाद वह सोलापुर पहुंचा था. जहां इलाज के लिए सोलापुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन के इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
18 जनवरी को मरीज को सर्दी, खांसी और सांस लेने में दिक्कत के कारण एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. शुरुआत में मरीज को अस्पताल के आईसीयू में रखा गया था, लेकिन जब उनकी हालत में सुधार हुआ तो उन्हें सामान्य कमरे में ले जाया गया. लेकिन कल अचानक सांस लेने में दिक्कत के कारण उन्हें फिर से आईसीयू में भर्ती कराया गया. इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई.
101 मरीजों में से 17 वेंटिलेटर पर
विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे 101 मरीजों में से 17 वेंटिलेटर पर हैं. इनमें 68 पुरुष और 33 महिलाएं हैं.सबसे अधिक मरीजों की संख्या पुणे में है. 81 मरीज पुणे पालिका के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों से, 14 पिंपरी चिंचवड़ पालिका के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों से और शेष 6 अन्य जिलों से हैं. लेकिन प्रशासन ने लोगों से जीबीएस के बारे में अफवाह न फैलाने और नहीं घबराने की अपील की है.