सामाजिक समानता की नींव राजर्षि शाहू महाराज ने रखी थी, जो लोकतंत्र और समानता की बुनियाद थी

राज्य या केंद्र सरकार द्वारा श्री छत्रपति शाहू महाराज की 150वीं जयंती को विशेष रूप से न मनाना, शाहू महाराज के समानता के विचारों से दूरी का प्रतीक है : कांग्रेस राज्य प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी
पुणे। सामाजिक समानता की नींव श्री राजर्षि शाहू महाराज ने रखी थी, जो लोकतंत्र, समाजवाद और समानता की बुनियाद थी।
देश में संवैधानिक कर्तव्यों की पूर्ति के लिए जातिवार जनगणना कर सामाजिक समानता की व्यापकता सुनिश्चित करना ही शाहू महाराज के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। यह प्रतिपादन “राजर्षि शाहू महाराज जयंती” के अवसर पर आयोजित अभिनंदन समारोह में कांग्रेस के महाराष्ट्र राज्य प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने किया।
इस अवसर पर जन संघर्ष समिति, पुणे की ओर से 150 किलो बूंदी के लड्डू का वितरण किया गया।
कार्यक्रम का आयोजन “जन संघर्ष समिति” पुणे द्वारा डेक्कन जिमखाना गुडलक चौक (कलाकार कट्टा) फर्ग्युसन कॉलेज रोड पर किया गया, जहां छत्रपति राजर्षि शाहू महाराज की 150वीं जयंती उत्साहपूर्वक मनाई गई।
श्री तिवारी ने आगे कहा कि ‘राज्य या केंद्र सरकार को’ श्री छत्रपति शाहू महाराज की 150वीं जयंती को विशेष रूप से मनाना चाहिए था, लेकिन ऐसा न करने से, सरकार शाहू महाराज के समानता के विचारों से दूरी बना रही है, यह स्पष्ट रूप से प्रतीत हो रहा है।
इस अवसर पर कर्नल संग्रामसिंह यादव और प्रा. गंगाधर बनबरे द्वारा राजर्षि शाहू महाराज की प्रतिमा का पूजन करके जयंती उत्सव का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में बीजी कोलसे पाटील, उल्हासदादा पवार, अशोकजी धिवरे, मोहनजी जोशी, संदीपजी बर्वे, रविंद्रजी रणसिंग, एडवोकेट संदीपजी ताम्हणकर, एम डी निंबालकर ने अभिवादन स्वरूप अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर जन संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट रविंद्र रणसिंग, संतोष पवार, किशोर सरदेसाई, एडवोकेट संदीप ताम्हणकर, योगेश माळी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उल्हास पवार, पूर्व विधायक मोहनदादा जोशी, पूर्व न्यायाधीश बी जी कोलसे पाटील, पूर्व पुलिस महानिदेशक अशोक धिवरे, डेक्कन पुलिस स्टेशन की वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक स्वप्नाली शिंदे मैडम, एन डी निंबालकर, भगवानराव डीकलेपाटील, विलास सुरशे, पत्रकार मुकुंद काकडे, नाथा राणे, दत्तात्रय जाधव, सुभाष वारे, प्रा. विकास देशपांडे, शशी धीवार, संदीप बर्वे, नितीन पवार, अनंत सूर्यवंशी, अमोल सावंत, श्री सालुंखे, श्री कोल्हे, सुखदेव सूर्यवंशी, श्रीकुमार काळे, संजय शिरोले, महेश येवले, विलास पाटील, प्रकाश भारद्वाज, सुनीता नेराळे, अभिजीत राजे भोसले, एडवोकेट मोहन वाडेकर, एडवोकेट फय्याज शेख, राजाभाऊ भनगे और पुणेकर नागरिक उपस्थित थे। साथ ही महाविद्यालयीन युवा और स्कूल के विद्यार्थी भी उत्साहपूर्वक शामिल हुए। जयंती कार्यक्रम अत्यंत उत्साहपूर्वक संपन्न हुआ।
महाराष्ट्र सरकार द्वारा शाहू महाराज गौरव ग्रंथ का पुनर्प्रकाशन किया जाए और छत्रपति शाहू महाराज की एक प्रतिमा डेक्कन परिसर, पुणे में स्थापित की जाए, ऐसी मांग की गई।