
शहरवासियों को अपने विकास के साथ अपने गांव के विकास पर भी ध्यान दे – प्रवीण दारेकर
पुणे. पुणे शहर में बसने वाले पोलादपुर मूल निवासियों को अपने गांव के साथ संबंध नहीं तोड़ना चाहिए और शहर में अपने विकास के साथ-साथ अपने गांव के विकास पर भी विचार करना चाहिए। यह विचार पोलादपूर भूमिपुत्र प्रवीण दरेकर (विधायक – विधान परिषद, अध्यक्ष-मुंबई बैंक ) ने व्यक्त की. पोलादपूर तालुका रहिवासी संघ की ओर से भव्य स्वागत समारोह व हल्दी कुमकुम समारोह आयोजित किया गया था, इस अवसर पर वो बोल रहे थे.
रविवार को पोलादपुर तालुका रहवासी संघ की ओर से माधुरी मिसाल (राज्यमंत्री, महाराष्ट्र) और संतोष मेढेकर (उद्यमी) को प्रवीण दरेकर ने नरवीर तानाजी मालुसरे और सिंहगढ़ की ऐतिहासिक प्रतिमा, शॉल और श्रीफल देकर सम्मानित किया। इस मौके पर पोलादपुर तालुका निवासी संघ के अध्यक्ष किसन भोसले, अरविंद चव्हाण (अध्यक्ष), सुनील कदम (उपाध्यक्ष), राजेंद्र मोरे (सचिव), सचिन परते (संयुक्त सचिव), ज्ञानेश्वर सालुंखे (कोषाध्यक्ष), ज्ञानेश्वर सालुंखे (कोषाध्यक्ष), डॉ. खरोसे (सह-कोषाध्यक्ष), शंकर खरोसे (लेखाकार), लहू उटेकर (सह-लेखाकार), राजू कदम (कार्यकारी प्रतिनिधि), डॉ. पांडुरंग जगदाले (सलाहकार) आदि उपस्थित थे.
प्रवीण दरेकर ने आगे बोलते हुए कहा कि, “हर साल स्नेह मिलन समारोह और हल्दी-कुमकुम कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए ताकि पारिवारिक संबंध बने. साथ ही, पुणे और मुंबईकरों को उस मिट्टी में योगदान देना चाहिए जिससे हम आए हैं। साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया की, हम पोलादपुर तालुका निवासी संघ के एक भव्य कार्यालय के निर्माण के लिए विधायक निधि प्रदान करेंगे।
राज्य मंत्री माधुरी मिसाल ने कहा, “हर सफल आदमी के पीछे एक महिला होती है, उसी तरह किसी भी कार्यक्रम को सफल बनाने के पीछे महिलाओं का हाथ होता है, जो आज बड़ी संख्या में उपस्थित महिलाओं से यह स्पष्ट है। जिस तरह हल्दी कुमकुम समारोह के लिए महिलाएं एक साथ आती हैं, उसी तरह महिला सशक्तिकरण के लिए भी एकजुट होना जरूरी है।”
4000 से 4500 रहवासी हुए शामिल
पोलादपुर तालुका निवासी संघ द्वारा आयोजित सम्मान समारोह, सामाजिक समारोह और हल्दी कुमकुम कार्यक्रम को भारी प्रतिक्रिया मिली। पोलादपुर के लगभग 4000 से 4500 निवासी इसमें शामिल हुए। इस बार पैठणी खेल का आयोजन किया गया, जिसमें 20 महिलाओं को पैठणी उपहार दिए गए। इसके अलावा पोलादपुर की प्रसिद्ध नथ भी उपहार में दी गई।इसमें लगभग 68 ग्रामीणों ने भाग लिया। सुनंदा उपले, आशा कदम, छाया भोसले, जयश्री मोरे और सुनंदा पवार जैसी वरिष्ठ महिलाओं को भी सम्मानित किया गया।