
जगद्गुरु तुकाराम महाराज सदेह वैकुंठगमन त्रिशतकोत्तर अमृत महोत्सव उपयाषय में आयोजित
पुणे. पुणे जिले के श्री क्षेत्र देहु, वैकुंठधाम में जगद्गुरु तुकाराम महाराज सदेह वैकुंठगमन त्रिशतकोत्तर अमृत महोत्सव 2025 के उपलक्ष्य में अखंड हरिनाम सप्ताह एवं ओली गाथा पारायण का भव्य आयोजन किया जा रहा है। यह भव्य धार्मिक आयोजन 7 मार्च (फाल्गुन शुक्ल अष्टमी) से 14 मार्च (फाल्गुन पूर्णिमा) तक आयोजित किया गया है.
इस सप्ताह भर चलने वाले भक्तिमय कार्यक्रम में जगद्गुरु तुकाराम महाराज संस्थान, श्री क्षेत्र देहु, श्री देहुकर महाराज फड, पंढरपुर, और ह.भ.प. आचार्य श्री रामकृष्ण महाराज लहवितकर ट्रस्ट, नाशिक शामिल होगे। सुबह 4 बजे काकड आरती और भजन,सुबह 10:30 बजे तक,ओळीची गाथा सामुदायिक पाठ, दोपहर 11:00 – 12:30: गाथा भजन व प्रवचन,दोपहर 4:00 – 5:00: जगद्गुरु तुकाराम महाराज के विद्वान संन्यासियों के प्रवचन वहीं सायं 5से6 हरिपाठ सायं 6से 8 कीर्तन सेवा, रात्रि 8:30: हरिजागर किया जाएगा।
मुख्य विद्वानों द्वारा प्रवचन एवं कीर्तन सेवा का आयोजन
हर दिन प्रसिद्ध संतों और विद्वानों द्वारा प्रवचन और कीर्तन सेवा आयोजित की जाएगी।
7 मार्च : ह.भ.प. श्रीगुरु बापुसाहेब महाराज देहुकर (मळोती) एवं ह.भ.प. श्रीगुरु कान्होबा महाराज देहुकर (पंढरपुर)
8 मार्च : ह.भ.प. श्रीगुरु चैतन्य महाराज देहुकर (पंढरपुर) एवं ह.भ.प. पांडुरंग महाराज घुले (अध्यक्ष, गाथा मंदिर, देहु)
10 मार्च : ह.भ.प. श्रीगुरु डॉ. प्रा. सदानंदजी महाराज मोरे देहुकर एवं ह.भ.प. श्री उमेश महाराज दशरथे (आळंदी)
11 मार्च (पूर्णिमा): ह.भ.प. श्री गुरु भानुदास महाराज मोरे देहूकर और – ह.भ.प. श्रीगुरु सतवीर बड़जात्या महाराज कराडकर आदि का प्रवजन होगा।
11मार्च को सुबह 10 से 12 तक द्वादशी कीर्तन का आयोजन ह.भ.प. श्रीगुरु पुरुषोत्तम महाराज देहुकर (अध्यक्ष, जगद्गुरू तुकाराम महाराज संस्थान, देहु) द्वारा किया जायेगा .
14मार्च को पौर्णिमा को सुबह 9 से 11 काल्याच कीर्तन ह.भ.प.श्रीगुरु प्रा. बाळासाहेब महाराज देहुकर नंतर मुक्तदार महाप्रसाद (पंढरपुर)द्वारा किया जाएगा.
विशेष कार्यक्रम का आयोजन
पूर्णिमा के दिन महाप्रसाद का आयोजन किया जाएगा, इस धार्मिक आयोजन की व्यवस्था जगद्गुरु तुकाराम महाराज संस्थान, श्री क्षेत्र देहु एवं अन्य प्रमुख संतों द्वारा की जा रही है। इसका प्रमुख आयोजन नियोजन समिति के श्री गंगाधर कारभारी जाधव, श्री जगनाथ पांडुरंग काटे (पिंपळेशीदागर, पुणे), श्री विजय अण्णा गणपतराव जगताप (नाशिक) ने किया है ।यह भक्तिमय आयोजन संत तुकाराम महाराज की अमृतमयी भक्ति, गाथा पारायण, कीर्तन और हरिनाम संकीर्तन के माध्यम से सभी श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक आनंद प्रदान करेगा। सभी भक्तों से इस महोत्सव में शामिल होने का आग्रह किया जाता है।
14 मार्च को होगा समापन
अंतिम दिन, फाल्गुन पूर्णिमा (14 मार्च 2025) को सुबह 9 बजे से 11 बजे तक “काल्याचे कीर्तन” होगा, जिसके बाद ह.भ.प. श्रीगुरु प्रा. बाळासाहेब महाराज देहुकर कीर्तन सेवा देंगे। इस महोत्सव का समापन मुक्तद्वार महाप्रसाद (पंढरपुर) के साथ किया जाएगा।