लोकमान्य मल्टीस्टेट को. ऑप सोसाइटी का विशेष सहयोग
पुणे -ः बीते चार दशकों से भी अधिक समय से राज्य भर में पद्मश्री डाॅ. मनोहर डोले द्वारी की जाने वाली नेत्रसेव विख्यात है। दोन लाख से अधिक नेत्र शल्यचिकित्सा के बेहतरीन कार्य के चलते उन्हें हाल ही में केंद्र सरकार की ओर से सर्वोच्च नागरी सन्मान पद्मश्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है। उनका यही नेत्रसेवा कार्य अब पुणे में भी होगा, इसकी काफी खुशी है, ऐसा मंतव्य केंद्रीय सहकारिता तथा नागरी उड्डयन मंत्री मुरलीधर मोहोल ने दिया।
डॉ. मनोहर डोळे मेडिकल फाउंडेशन द्वारा संचालित गैलेक्सी आय केअर हाॅस्पिटल लैसिक, लेसर एवं रेटिना सेंटर का उद्घाटन मोहोल के हाथों किया गया। इस समय वे बोल रहे थे। उद्घाटन समारोह में राज्यसभा की सांसद डॉ. मेधा कुलकर्णी, विधायक अतुल बेनके, पूर्व सांसद प्रदीप रावत, भाजप नेत्री निवेदिता एकबोटे तथा लोकमान्य मल्टीस्टेट को. ऑप सोसाइटी के विभागीय व्यवस्थापक सुशील जाधव, श्रीमंत दगडुशेठ हलवाई गणपति ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष महेश सूर्यवंशी, वरिष्ठ अभिनेता राहुल सोलापूरकर समेत पद्मश्री डाॅ. मनोहर डोले, डोले मेडिकल फाउंडेशन के विश्वस्त डाॅ. संजीव डोले, डाॅ. संदीप डोले, डाॅ. स्वाति दीक्षित, वीरेंद्र शहा आदी उपस्थित थे.
इस समय बोलते हुए डाॅ. मेधा कुलकर्णी ने कहा कि, पद्मश्री डाॅ. मनोहर डोले ने आम और जरुरतमंद लोगों के नेत्र सेवा का सर्वोत्तम कार्य किया है। मरीजों की उन्होंने अपने बेटे-बेटियों की तरह देखभाल की। उनका यही कार्य सराहना के काबील भी है। उनके कार्य का विस्तार इस हाॅस्पिटल के माध्यम से हो रहा है, यह पुणेवासीयों के लिए बेहतरीन पहल है।
इस समय बोलते हुए डाॅ. संदीप डोले ने कहा कि, फाउंडेशन के माध्यम से डोले परिवार बीते चार दशकों से भी अधिक समय से नेत्रसेवा कर रहा है। आज तक पुणे, नाशिक, नगर जिले में २ लाख से अधिक लोगों की नेत्रसेवा हुई है, यह हमारे लिए खुशी की बात है। अब पुणएवासीयों के लिए सुविधा देने के दृष्टि से इस हाॅस्पिटल की शुरुआत की गई है। यहां पर बहोत ही कम दरों पर नेत्र संबंधी सभी तरह के इलाज हम कराने जा रहे है। इस काम में हमें लोकमान्य मल्टीस्टेट को-आॅप. सोसाइटी का बेहतरीन सहयोग प्राप्त हो रहा है।
पूर्व सांसद प्रदीप रावत, विधायक अतुल बेनके ने भी अपने मंतव्य दिए और डाॅ. मनोहर डोले मेडिकल फाउंडेशन के कार्य की प्रशंसा करते हुए उन्हें भावी कार्य के लिए शुभकामाएं दी।