पुणे में बड़ा हादसा, पानी की टंकी गिरने से 5 मजदूरों की मौत, कई घायल
पिंपरी.शहर के पिंपरी चिंचवड़ के भोसरी स्थित सद्गुरुनगर में आज गुरुवार सुबह 7 बजे के करीब एक पानी की टंकी ढ़ह गई। इसके मलबे में दबने से 5 मजदूरों की मौत हो गई जबकि कई अन्य घायल हो गए हैं। घायलों को उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामला दर्ज कर घटना की जांच में जुटी है। इस बीच पुणे के पालक मंत्री और राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित दादा पवार ने उक्त हादसे पर गहरा दुख जताया है।
जानकारी के अनुसार सद्गुरुनगर में आज सुबह एक पानी की टंकी अचानक भरभरा कर गिर गई। टंकी के नीचे कई लोग रहते थे। हादसे के समय वह टंकी के नीचे मौजूद थे। हादसे के बाद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी। सूचना पाकर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकाला। बताया जा रहा है कि तीन लोग मौके पर ही मृत पाए गए जबकि दो अन्य लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि टंकी की दीवार काफी कमजोर थी जो पानी के दबाव को सहन नहीं कर पाई फलस्वरूप दीवार भरभरा कर गिर गई।
बताया जा रहा है कि इस टंकी के नीचे सदगुरुनगर इलाके में एक लेबर कैंप में काम करने वाले मजदूर रहते थे। स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि बिल्डर ने टंकी के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया। इसी वजह से यह हादसा हुआ। अहम बात यह है कि कमिश्नर शेखर सिंह ने स्पष्ट किया है कि जिस पानी की टंकी में हादसा हुआ, वह पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम की नहीं है।
नई बनी थी पानी की टंकी
जानकारी के अनुसार, पानी की टंकी नई बनाई गई थी, जो जमीन से 12 फीट ऊपर थी। आज सुबह मजदूर काम पर जाने से पहले नहाने के लिए टंकी के पास लगे नल पर आए, तभी अचानक टैंक फट गया और नहाने आए मजदूर उसके नीचे फंस गए। मजूदरों के इस कैंप में बिहार, उड़ीसा, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों के करीब 1000 से 1200 मजदूर रह रहे हैं। बताया जा रहा है कि कुछ मजदूर चार-पांच दिन पहले ही आए हैं। खबर है कि करने वाले सभी मजदूर हिंदी भाषी हैं।
लेबर कैंप किसने बनवाया? लेबर ठेकेदार कौन हैं? फिलहाल पुलिस इसकी जांच कर रही है। यह जानकारी डीसीपी स्वप्ना गोरे ने दी है। मृतकों और गंभीर रूप से घायल मजदूरों के नाम अभी तक स्पष्ट नहीं हो सके हैं।