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एआईसी-एमआईटी-एडीटी के स्टूडेंट इनोवेटिव प्रोग्राम की सफलता

स्कूली विद्यार्थियों के 14 प्रोजेक्ट नीति आयोग को प्रस्तुत

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पुणे.  स्कूली विद्यार्थियों में उद्यमशीलता और नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए एमआईटी आर्ट, डिज़ाइन और टेक्नोलॉजी विश्वविद्यालय के अटल इनक्यूबेशन सेंटर (एआईसी) द्वारा अटल टिंकरिंग लैब स्टूडेंट इनोवेटिव प्रोग्राम (एटीएल-एसआईपी) संचालित किया जा रहा है। शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के अंतर्गत महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की 9 स्कूलों के 14 प्रोजेक्ट्स को मंजूरी के लिए नीति आयोग को प्रस्तुत किया गया है। अंतिम स्वीकृति मिलने के बाद, भाग लेने वाली टीमें अंतरराष्ट्रीय उद्योग समूह डसॉल्ट सिस्टम्स के सहयोग से अपने प्रोजेक्ट्स विकसित कर सकेंगी।

प्रोजेक्ट चयन और प्रशिक्षण प्रक्रिया
एआईसी-एमआईटी एडीटी इनक्यूबेटर फोरम के माध्यम से 9 स्कूलों की 15 टीमों का चयन अटल टिंकरिंग लैब स्टूडेंट इनोवेटिव प्रोग्राम के लिए किया गया। इन सभी टीमों के अंतिम ऑनलाइन प्रोजेक्ट प्रस्तुतीकरण और मूल्यांकन की प्रक्रिया ऑनलाइन आयोजित की गई। इससे पहले, चयनित विद्यार्थियों के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र, ऑनलाइन और ऑफलाइन मार्गदर्शन सत्रों का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रशिक्षुओं को उनकी मूल अवधारणाओं से स्टार्टअप विकसित करने की गहन जानकारी दी गई।

 

कार्यक्रम के प्रमुख मार्गदर्शक एवं मूल्यांकनकर्ता

एमआईटी-एडीटी विश्वविद्यालय के कार्यकारी अध्यक्ष प्रो. डॉ. मंगेश कराड के मार्गदर्शन में आयोजित ऑनलाइन प्रस्तुतीकरण कार्यक्रम की अध्यक्षता एआईसी-एमआईटी एडीटी इनक्यूबेटर फोरम के कार्यक्रम प्रबंधक निलेश पांडव ने की। प्रमुख मार्गदर्शकों के रूप में अभिषेक राठी और मनोज देशपांडे ने योगदान दिया।
विशेष अतिथि एवं परीक्षक के रूप में प्रसिद्ध महिला उद्यमी और फूड मैक कंसल्टेंट्स की संचालिका भाग्यश्री म्हात्रे, सायंटेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के वरिष्ठ विपणन अभियंता विजय वाढणे, मास एंटरप्राइज़ेस, पुणे के निदेशक मंगेश चव्हाण और एमआईटी विश्वविद्यालय के आईटी विभाग के अविनाश चौधरी ने विद्यार्थियों के प्रोजेक्ट का मूल्यांकन किया।

प्रस्तुत किए गए प्रोजेक्ट्स
इस बार विद्यार्थियों ने विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर प्रोजेक्ट्स प्रस्तुत किए, जिनमें अपघात निवारण प्रणाली (स्मार्ट रोड), जलकुंभ से सक्रिय चारकोल निर्माण, आपदा सूचक प्रणाली, स्ट्रीट वेंडर्स के लिए ‘स्ट्रीट मार्ट’, मानसिक स्वास्थ्य के लिए ‘मेंटल चार्ट बोर्ड’, एलपीजी गैस लीक शील्ड, ‘डायबेलाज़ल’ और स्वचालित कृषि उपकरण शामिल हैं। इन प्रोजेक्ट्स को एआईसी-एमआईटी एडीटी के साथ विज्ञान शिक्षकों का मार्गदर्शन भी प्राप्त हुआ।

 

पूर्व वर्षों की उपलब्धियां
2022-23 में, एमआईटी एडीटी विश्वविद्यालय के बायोइंजीनियरिंग विभाग की सहायता से शासकीय विद्यालय, बिलासपुर द्वारा विकसित “फूट रिलैक्सको” प्रोजेक्ट ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया और विद्यार्थियों को फ्रांस यात्रा का अवसर मिला। इसी प्रकार, पिछले वर्ष आर.सी. पटेल स्कूल, पुणे की टीम को टाटा फाउंडेशन के प्रसिद्ध डिजिटल इम्पैक्ट स्क्वेयर के माध्यम से अपने प्रोजेक्ट को विकसित करने का अवसर प्राप्त हुआ।

 

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