
पुणे। राज्य के जरूरतमंद मरीजों को रक्त की उपलब्धता, रक्तदान शिविरों और अन्य संबंधित जानकारियाँ आसानी से मिल सकें, इसके लिए केंद्र सरकार ने ई-रक्तकोष पोर्टल विकसित किया है। इस पोर्टल पर सभी रक्त केंद्र अपनी जानकारी नियमित रूप से अपडेट करते हैं, जिससे थैलेसीमिया, हीमोफीलिया, सिकल सेल जैसे रक्त संबंधी बीमारियों से ग्रसित मरीजों को रक्त के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े। अब सिर्फ एक क्लिक पर http://www.eraktkosh.mohfw.gov.in पर रक्त संबंधी पूरी जानकारी आसानी से उपलब्ध होगी। स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर की पहल से इस सेवा को प्राथमिकता दी गई है।
अब मोबाइल पर ही मिलेगा रक्त की उपलब्धता का विवरण
महाराष्ट्र में 395 रक्त बैंक/रक्त केंद्र संचालित हैं, जिनमें सरकारी, अर्ध-सरकारी, ट्रस्ट, कॉरपोरेशन और निजी रक्त बैंक शामिल हैं। अब मरीजों को रक्त के लिए इधर-उधर भागने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि ई-रक्तकोष पोर्टल के माध्यम से उनके मोबाइल पर ही रक्त की उपलब्धता की जानकारी मिल जाएगी।
यह पहल उन मरीजों के लिए बेहद लाभकारी होगी, जिन्हें बार-बार रक्त की आवश्यकता होती है, जैसे – थैलेसीमिया, सिकल सेल, हीमोफीलिया, कैंसर आदि। साथ ही, बड़े ऑपरेशन वाले मरीजों और रेयर ब्लड ग्रुप (निगेटिव ग्रुप) वाले मरीजों को भी इस पोर्टल के माध्यम से रक्त की उपलब्धता की सही जानकारी मिलेगी।
रक्तदान शिविरों और रक्तदाताओं को भी मिलेगा लाभ
ई-रक्तकोष पोर्टल के माध्यम से रक्तदाताओं को उनके निकटतम रक्त केंद्र, रक्त बैंक और रक्तदान शिविरों की जानकारी भी आसानी से उपलब्ध होगी, जिससे वे समय-समय पर रक्तदान कर सकेंगे।
महाराष्ट्र रक्त संकलन में देश में प्रथम स्थान पर
महाराष्ट्र राज्य रक्तदान के मामले में देशभर में प्रथम स्थान पर है। पिछले वर्ष राज्य में लगभग 21 लाख रक्तदाताओं ने रक्तदान किया था। इस रक्त संग्रहण से Packed Red Blood Cells, Platelet Concentrate, Fresh Frozen Plasma जैसे रक्त घटकों का निर्माण किया गया, जिन्हें जरूरतमंद मरीजों के लिए उपयोग में लाया गया।
रक्त संकलन में रक्तदान शिविरों की महत्वपूर्ण भूमिका
राज्य में कॉलेजों, सामाजिक संगठनों, राजनीतिक दलों, धार्मिक संस्थाओं, गणेश मंडलों, कॉर्पोरेट कार्यालयों और नियमित रक्तदाताओं की मदद से बड़े पैमाने पर रक्तदान शिविर आयोजित किए जाते हैं। एक स्वस्थ व्यक्ति हर तीन महीने में रक्तदान कर सकता है। महाराष्ट्र में 100 से अधिक बार रक्तदान करने वाले रक्तदाताओं की संख्या भी काफी अधिक है।
“रक्तदान – सर्वश्रेष्ठ दान, महान दान” की अवधारणा को बढ़ावा देते हुए, राज्य में सुरक्षित रक्त का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित करने के लिए राज्य रक्त संकलन परिषद लगातार कार्यरत है।