
पुणे. खडकी एज्युकेशन संस्था द्वारा संचालित टिकाराम जगन्नाथ महाविद्यालय में प्रथम वर्ष कला, वाणिज्य एवं विज्ञान संकाय के नवागत छात्रों के ‘ दिक्षारंभ ‘ समारोह का आयोजन किया गया. समारोह के अध्यक्षीय मंतव्य में संस्था के अध्यक्ष कृष्णकुमार गोयल ने कहा कि, भारत देश में शिक्षा व्यवस्था अत्यंत प्राचीन है। भारत देश के प्रथम विश्वविद्यालय नालंदा से पारंपरिक शिक्षा का सूत्रपात होता दिखाई देता है. आज भी वर्तमान विश्वविद्यालयों में पारंपरिक औपचारिक शिक्षा प्रदान की जाती है। किंतु समय की मांग को देखते हुए हमें छात्रों को पारंपरिक चौखट बद्ध शिक्षा देने के साथ अनौपचारिक शिक्षा को भी महत्व देना होगा। अनौपचारिक शिक्षा से छात्रों के व्यक्तित्व का विकास होगा। नई शिक्षा नीति में भी यह दिखाई देता है.
समारोह में महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष ने अपने विभागों की जानकारी छात्रों को दी। इस समारोह में संस्था के वरिष्ठ ट्रस्टी रमेश अवस्थे, महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डाॅ. संजय चाकणे, सभी उप प्रधानाचार्य,प्राध्यापक और छात्र बडी तादाद में उपस्थित थें. समारोह का आभार ज्ञापन संस्था के सचिव श्री. आनंद छाजेड जी ने तो मंच संचालन प्रा. नमिता कुलकर्णी ने किया.