मेजर जनरल विजय पिंगले: एमआईटी एडीटी विश्वविद्यालय में स्वतंत्रता दिवस का उत्साह
पुणे. प्रधानमंत्री का सपना है कि देश विकसित हो, और भारत उसी दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। अग्निवीर योजना भी इसी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जब ये ‘अग्निवीर’ भारत की प्रतिष्ठित सेना में सेवा करके समाज में लौटेंगे, तो समाज में अनुशासन और संतुलन बढ़ेगा, जिससे देश की भावी पीढ़ी अधिक अनुशासित और जिम्मेदार बनेगी। यह विचार सेवानिवृत्त मेजर जनरल विजय पिंगले ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एमआईटी यूनिवर्सिटी ऑफ आर्ट, डिज़ाइन एंड टेक्नोलॉजी, विश्वराजबाग, पुणे में व्यक्त किए।
इस अवसर पर एमआईटी एडीटी विश्वविद्यालय के कार्यकारी अध्यक्ष और कुलपति प्रो. डॉ. मंगेश कराड, कार्यकारी निदेशक प्रो. डॉ. सुनीता कराड, उप- कुलपति डॉ. रामचंद्र पुजेरी, डॉ. अनंत चक्रदेव, डाॅ.मोहित दुबे, रजिस्ट्रार डॉ. महेश चोपड़े, कॅप्टन प्रेरित मिश्रा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।
डॉ. मंगेश कराड ने स्वतंत्रता दिवस पर कहा कि, भारत को आजादी आसानी से नहीं मिली; यह अनेक लोगों के बलिदान का परिणाम है। आज हमें उन स्वतंत्रता सेनानियों के साथ-साथ किसानों और मजदूरों को भी याद करना चाहिए जिन्होंने देश की प्रगति में योगदान दिया। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे कौशल शिक्षा प्राप्त कर नए स्टार्टअप्स शुरू करें और विकसित भारत के सपने को साकार करें।
कार्यक्रम का आयोजन ‘मॅनेट’ भवन के प्रांगण में हुआ, जहां ध्वजारोहण के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। छात्रों ने देशभक्ति गीतों और वीरतापूर्ण नृत्य से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। साथ ही, विश्वविद्यालय के लिए खेलों में पदक जीतने वाले प्रो. आदित्य केदारी और प्रांजलि सुरदुसे को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर, डॉ. सूरज भोयर की पहल पर हरित और नशा मुक्त भारत के संदेश के साथ “स्वातंत्र्य की साइकिल यात्रा” की शुरुआत हुई, जिसमें 100 से अधिक छात्रों ने भाग लिया और साइकिल चलाने से स्वस्थ जीवन का संदेश दिया।